पत्राचार के फेर में फंसा मासूम का भविष्य

By Arun Kumar

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कानपुर: जलएलआर अस्पताल के बाल रोगविभाग में पिछले तीन महीने से स्वस्थ होने के बाद भी बेबी आफ काजल को घर नहीं मिल पा रहा है। कानपुर नगर और कानपुर देहात की बाल कल्याण समितियों के सीमा विवाद के कारण डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ मजबूरन बच्ची को नवजात गहन देखभाल इकाई (एनआइसीयू) में रखे हैं। इस कारण बच्ची में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।

अस्पताल की ओर से कई बार दोनों समितियों को पत्र दिया गया, इसके बाद भी पत्राचार के फेर में मासूम का भविष्य फंसा है।बाल रोग अस्पताल के सीएमएस डा. विनय कटियार ने बताया कि 22 अक्टूबर को कानपुर देहात अस्पताल से आई काजल स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में भर्ती हुई। उसने बेटी को जन्म दिया। गंभीर स्थिति में होने के चलते शिशु को एनआइसीयू में भर्ती कर दिया गया।

हालांकि इसी बीच उसकी मां काजल अस्पताल से बिना किसी को कुछ बताए चली गई और तबसे बेबी आफ काजल अस्पताल में ही है। उन्होंने बताया कि कानपुर देहात बाल कल्याण समिति से पत्राचार किया गया।

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