Patna News: राज्य में आलू एवं टमाटर उत्पादकों को बाजार में सही कीमत दिलाने हेतु संबंधित कंपनियों से करार किया जाएगा। इससे किसानों को ज्यादा उत्पादन होने पर भी बाजार में सही कीमत मिल सकेगी। साथ ही आलू एवं टमाटर की फूड प्रोसेसिंग के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी। सब्जियों को सुरक्षित रखरखाव हेतु दस जिलों के 50.
प्रखंडों में एक-एक करोड़ रुपये की लागत से शीत गृह का निर्माण जल्द कराया जाएगा। इस साल किसानों के बीच टमाटर का डेढ़ करोड़ पौधों का वितरण किया जाएगा। शुक्रवार को सहकारिता और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डा. प्रेम कुमार ने सूचना भवन के संवाद कक्ष में पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पैक्सों में मधुमक्खी पालन व शहद उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
जैसे देश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए श्वेत क्रांति हुई थी ठीक उसी तरह बिहार में शहद क्रांति होगी। शहद का उत्पादन और उसकी मार्केटिंग को सुधा दूध की तर्ज पर सभी जिलों में बढ़ावा देने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। मधुमक्खी के डंक का इस्तेमाल दवा निर्माण में होता है।
यहां भी मधुमक्खी पालकों को इसकी तकनीकी से प्रशिक्षित किया जाएगा। शहद उत्पादन के लिए विभाग के स्तर से मधुमक्खी पालकों का एक फेडरेशन गठित किया जा रहा है।
Read More:- संयुक्त शिक्षा निदेशक तीन लाख घूस लेते गिरफ्तार
16 पैक्सों को पेट्रोल पंप खोलने के लिए चयन:
राज्य के 12 जिलों के सोलह पैक्सों में पेट्रोल पंप खोलने हेतु सहमति दी जा चुकी है। इसमें पटना, नालंदा, वैशाली, कैमूर, भोजपुर, सारण, पूर्णिया मधुबनी, भागलपुर, समस्तीपुर, पश्चिम चंपारण और सुपौल जिले शामिल हैं। सभी जिलों में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए 120 पैक्सों का चयन किया गया है। मधेपुरा, बेतिया और गया में पैक्सों द्वारा जन औषधि केंद्र संचालित किया जाएगा।
राज्य के 12 जिलों के सोलह पैक्सों में पेट्रोल पंप:
राज्य के 12 जिलों के सोलह पैक्सों में पेट्रोल पंप खोलने हेतु सहमति दी जा चुकी है। इसमें पटना, नालंदा, वैशाली, कैमूर, भोजपुर, सारण, पूर्णिया रहा है।
सब्जी बिक्री केंद्र खोलने के लिए जगह चिन्हित की जा चुकी है जहां अगले माह से सब्जियों की बिक्री शुरू की जाएगी। इसमें एक सब्जी बिक्री केंद्र सूचना भवन परिसर भी है।