प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि विभाग में आठ अगस्त को हुई मारपीट के प्रकरण में विश्वविद्यालय ने दोनों पक्षों के 29 छात्रों को नोटिस जारी किया है। जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए विधि विभाग के विभागाध्यक्ष व डीन तथा शताब्दी छात्रावास के अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही छात्रों को अपने अभिभावकों के साथ लेकर 27 अगस्त को प्राक्टर कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।
इसके बाद विश्वविद्यालय छात्रों के खिलाफ कार्रवाई पर निर्णय लेगा।इवि के विधि विभाग में आठ अगस्त को दो छात्र गुटों के बीच मारपीट हुई थी। इसमें एक पक्ष के छात्र की लिखित शिकायत की थी कि कक्षा से बाहर निकलते समय सुनियोजित तरीके से लाठी, डंडा व राड के साथ उसके सहपाठियों पर हमला कर किया गया, जिससे उसे चोटें आयीं। उनके वाहनों को भी तोड़ दिया गया। प्रकरण में विश्वविद्यालय ने 23 छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं दूसरे पक्ष ने भी मारपीट औरएससी-एसटी एक्ट के तहत उत्पीड़न की शिकायत की थी। प्रकरण में इवि ने छह छात्रों नोटिस दिया है साथ ही 50 अज्ञात की पहचान के लिए छात्रों से जानकारी मांगी है।
साथ ही इवि प्रशासन घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज के परीक्षण, मौके पर भेजे गए तीन प्राक्टर की रिपोर्ट तथा दोनों पक्षों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेगा।
चीफ प्राक्टर प्रो. केएन उत्तम ने विधि विभाग के डीन और हेड से भी रिपोर्ट मांगी है। जनसंपर्क अधिकारी प्रो. जया कपूर ने बताया कि आठ अगस्त की घटना के संबंध में संबंधित छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस संबंध में उनके अभिभावकों को सूचना दे दी गई है। इसके संबंध में जो भी नियमानुसार कार्यवाही होगी, विश्वविद्यालय द्वारा की जाएगी।