बस्ती कोलकाता व उत्तराखंड में महिला स्वास्थ्यकर्मी के साथ हुई घटना के बाद सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ गई है। जिला महिला अस्पताल में नौ और सीसी कैमरे लगेंगे। जिससे हर गतिविधियों को कैमरे में कैद किया जा सके। यह कैमरे एडीएम प्रतिपाल चौहान के निर्देश पर लगाए जाएंगे।सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को देखने के शासन के निर्देश पर प्रशासनिक टीम कुछ दिन पहले पहुंची थी। महिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया गया था।
एडीएम के निर्देश पर महिला के एसएनसीयू वार्ड के गैलेरी, आयुष्मान वार्ड, जनरल वार्ड, प्राइवेट वार्ड समेत अन्य जगहों पर सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही यहां नौ सेवानिवृत्त सैनिकों की भी तैनाती होगी। इसके लिए सीएमएस द्वारा उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।जिला सैनिक कल्याण बोर्ड से सुरक्षा कर्मी की तैनाती होगी। महिला अस्पताल में कुल नौ चिकित्सक की तैनाती है।
इसमें दो पुरुष और सात महिला चिकित्सक हैं। वहीं स्टाफ नर्स 30 है। इसमें 10 परमानेंट व 20 संविदा की हैं।सभी स्टाफ की ड्यूटी रोस्टर के अनुसार लगाई जाती है। रात में एक चिकित्सक के साथ दो स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगती है। जिनके जिम्मे ओटी और लेबर रूम रहता है। वहीं दिन में एक चिकित्सक के साथ अलग अलग स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगाई जाती है।
महिला स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोई रेस्ट रूम नहीं बनाया गयाहै। स्टाफ नर्स वैकल्पिक रूप से लेबर रूम के बगल और चिकित्सक ओटी में ही रेस्ट रूम बनाए हैं। रात में इनकी सुरक्षा के लिए सिर्फ चौकीदार की रहते हैं। होमगार्ड की ड्यूटी सिर्फ ओपीडी के समय तक रहता है।
पहले से ही लगे हैं 16 सीसी कैमरे
यहां 16 सीसी कैमरे पहले से लगाए हैं। पहला प्रवेश गेट पर, ओपीडी बिल्डिंग, इमरजेंसी, लेबर रूप, ओटी के बाहर, एसएनसीयू सहित अन्य जगहों पर कैमरे लगाए गए हैं। एसएनसीयू वार्ड में तीन महिला स्टाफ नर्स एक चौकीदार, स्वीपर व एक दायी रहती हैं। वार्ड में ही उनका रेस्ट रूम हैं। वार्ड तक आने के लिए जो गली है, वह सूनसान रहता है। ऐसे में इधर से आने जाने वाली महिला स्वास्थ्य कर्मियों को असुरक्षा का भय बना रहता है।लेकिन अब सूने जगहों पर व जिन वाडौं में कैमरा नही लगा है, वह जल्द ही सीसी कैमरा लग जाएगा, जिससे सुरक्षा को लेकर थोड़ी चौकसी बढ़ जाएगी।