खेरागढ़ः लगातार वर्षा से भले ही सर्वाधिक नुकसान तहसील क्षेत्र में हुआ हो लेकिन लेखपाल यह बात मानने को तैयार नहीं हैं। एक लेखपाल ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा कि उनके क्षेत्र में न कोई फसल बर्बाद हुई और न ही नुकसान हुआ। एसडीएम ने लापरवाही पर उन्हें निलंबित कर दिया है। नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और तीन अन्य लेखपालों पर भी कार्रवाई की गई है।लेखपाल अमर प्रताप सिंह के क्षेत्र नगला दूल्हे खां, पटपरगंज, भोपुर, सालेनगर बरबर, कोलुआ, अटा, सरेंडा आदि क्षेत्रों में लगातार वर्षा से काफी नुकसान हुआ था। फसलें खेत में ही पसर गई थीं।
उन्होंने मुआवजे की मांग की। इसके बावजूद लेखपाल अमर प्रताप सिंह ने अपनी रिपोर्ट में क्षेत्र में कोई नुकसान नहीं बताया। किसानों ने इसकी शिकायत एसडीएम संदीप यादव से की। उनकी जांच में लेखपाल की कारगुजारी की पोल खुल गई।
एसडीएम ने बताया कि लेखपाल अमर प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है। उनकी जगह लेखपाल पुष्पेंद्र काम देखेंगे। साथ ही जगनेर के नायब तहसीलदार विनोद कुमार, सरेंधीके राजस्व निरीक्षक राकेश कुमार, और सरेंधी के लेखपाल को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। भारा के लेखपाल राजकुमार का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं गड़साल के लेखपाल पवन कुमार के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई को कहा गया है।
विवादित रहे हैं निलंबित लेखपाल
निलंबित लेखपाल अमर प्रताप सिंह पूर्व में भी विवादित रहे हैं। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व तहसीलदार न्यायालय में सोन गांव से जुड़ा जमीन का एक प्रकरण चल रहा था। तब लेखपाल ने प्रकरण में वारिसान रिपोर्ट लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था।