यूपी। आगरा कमिश्नरेट में 27 केंद्रों पर पुलिस भर्ती परीक्षा शुक्रवार से आरंभ हो रही है। पूर्व में हुई पेपर लीक और साल्वरों को पकड़े जाने की घटनाओं को देखने हुए इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
अभ्यर्थी को Aadhar card और eKYC के बाद केंद्र में प्रवेश
अभ्यर्थी आधार कार्ड या ईकेवाइसी के बाद ही केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे। आधार कार्ड नहीं होने की स्थिति में अभ्यर्थी अपना डीएल, पासपोर्ट आदि आइडी के रूप में दिखा सकते हैं। परीक्षा कराने वाली एजेंसी ईकेवाइसी के माध्यम से आरटीओ या पासपोर्ट आदि कार्यालय से अभ्यर्थी की आइडी का मिलान करने के बाद ही प्रवेश करने देगी। पुलिस ने बुधवार सुबह सात बजे ट्रेजरी से परीक्षा केंद्र तक स्टेशनरी पहुंचाने के दौरान रिहर्सल भी किया।
डीसीपी मुख्यालय व परीक्षा के नोडल अधिकारी सैयद अली अब्बास ने बताया कि अभ्यर्थी सुबह आठ बजे से केंद्र में प्रवेश पा सकेंगे। प्रत्येक केंद्र पर एक इंस्पेक्टर, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक तैनात किया गया है। हर कक्ष में 24 अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था रहेगी है। परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार से लेकर सीढ़ियों और कमरों में सीसीटीवी लगाए गाए हैं। पुलिस लाइन में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसमें एक सीओ, एक इंस्पेक्टर और चार सिपाही तैनात रहेंगे।
कई राज्यों के अभ्यर्थी होंगे शामिल
पुलिस भर्ती परीक्षा लखनऊ, गोरखपुर कानपुर, और आसपास के जिलों के अलावा पड़ोसी राज्यों के अभ्यर्थी भी शामिल होंगे। राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली और हरियाणा के अभ्यर्थी गुरुवार रात को ही आगरा आ जाएंगे।
साल्वर की सेंध आसान नहीं
- पहले चरण में केंद्र पर बाहर तैनात पुलिस और परीक्षा एजेंसी के कर्मचारी अभ्यर्थी की आइडी के रूप में आधार कार्ड, पासपोर्ट, डीएल आदि की जांच करेंगे।
- दूसरे चरण में आइडी का सत्यापन होने के बाद पुलिस टीम अभ्यर्थी की मेटल डिटेक्टर से तलाशी लेंगे।
- तीसरे चरण में अभ्यर्थी का बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। इसके बाद उसे केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
- अभ्यर्थी के कक्ष में बैठने के बाद परीक्षा कराने वाली एजेंसी वहां पर बिना सिम वाले टैबलेट से उसका फोटो खीचने के साथ ही दोबारा बायोमेट्रिक सत्यापन करेगी।
यह है व्यवस्था
- पुलिस या प्रबंधन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति परीक्षा केंद्र में मोबाइल नहीं ले जा सकेगा। केंद्र प्रभारी इंस्पेक्टर, केंद्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट और परीक्षा संचालक ही मोबाइल रख सकेंगे।
- अभ्यर्थियों को डिजीटल गैजेटस ले जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रत्येक कक्ष के लिए घड़ी दी गई है, ताकि अभ्यर्थियों को परेशानी नहो।
- प्रत्येक कक्ष में 24 अभ्यर्थियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाया गया है।