गोरखपुर। डाक्टर की डिग्री चुराकर डायग्नोस्टिक सेंटर चलाने वाले तीन जालसाजों को गुलरिहा थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया। गाजीपुर व वाराणसी जिले के रहने वाले आरोपितों के पास 25 अन्य डाक्टरों की डिग्रियां मिली हैं। गिरोह के सरगना समेत अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। पकड़े गए आरोपितों को पुलिस ने दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि मेडिकल कालेज रोड स्थित जेमिनी अपार्टमेंट में रहने वाले डा. राहुल नायक ने गुलरिहा थाने में 17 मई को तहरीर देकर बताया कि उनकी डिग्री की कूटरचना कर उस पर तीन डायग्नोस्टिक व अल्ट्रासाउंड केंद्र खोले गए हैं। इस बात की जानकारी डाक्टर को अपने डायग्नोस्टिक सेंटर का पंजीकरण कराने के दौरान हुई। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो डाक्टर की डिग्री पर गाजीपुर जिले के जखनियां में अवैध डायग्नोस्टिक सेंटर चलता पाया गया।
गैंग की लंबी चेन
पुलिस ने संचालक बृजेश लाल को गिरफ्तार किया तो गैंग की लंबी चेन के बारे में पता चला पूछताछ में बृजेश ने बताया कि उन्हें यह डिग्री वाराणसी, सारनाथ निवासी ओमप्रकाश गौतम ने 50 हजार रुपये में दी थी। इसके बाद पुलिस ने ओमप्रकाश गौतम को पकड़ा। ओमप्रकाश पटना से अवैध डेंटिस्ट का डिप्लोमा बनवा वाराणसी के जाल्हूपुर में आदर्श डेंटल एंड आई क्लिनिक चला रहा था। ओमप्रकाश ने बताया कि उसे यह डिग्री वाराणसी चौबेपुर में सहारा अस्पताल चलाने वाले संचालक दीपक विश्वकर्मा ने 35 हजार में दी थी, जिसे उसने वृजेश को दिया था। आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि सुहैल नाम के युवक ने उन लोगों को डिग्री दी थी।
डाक्टर की डिग्री पर आरोपित गाजीपुर के जखनिया में जीवन ज्योति, वाराणसी के चौबेपुर में आदर्श डेंटल और सहारा हास्पिटल में डायग्नोस्टिक सेंटर चला रहे थे। इसकी सूचना पुलिस ने वहां के सीएमओ को दे दी है। गिरोह के सरगना समेत अन्य आरोपितों कीतलाश चल रही है।