बस्ती। जिले के थाना क्षेत्र कप्तानगंज के कौडीकोल खुर्द गांव निवासी 58वर्षीय दयाराम चौधरी का शव मंगलवार को घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. दयाराम के शव को देखने ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. परिवार के सदस्यों के विलाप से माहौल बेहद गमगीन हो गया.
तीन दशक से साऊदी अरब
बताते चलें कि कौडीकोल गांव निवासी दयाराम की मौत सात दिन पूर्व सऊदी अरब में हृदय गति रुकने के चलते हुई थी. जो तीन दशक से साऊदी अरब में रहकर सब्जी के कारोबार के साथ गाड़ी का कारोबार करते थे इन के साथ छोटा भाई भी चार साल से रहता था. सात दिन बाद मंगलवार को उसका शव कौडीकोल गांव पहुंचा. शव गांव पहुंचते ही लोगों की भीड़ लग गयी. लोग उसके शोकाकुल परिवार को संभालने में लगे थे.
रोजी रोटी की तलाश में साउदी अरब गए फिर व्यापार कर
बताते चलें तो कौडीकोल गांव निवासी 58 वर्षीय दयाराम चौधरी 30 वर्ष पूर्व रोजी रोटी की तलाश में साउदी अरब गये थे. जहां उन्होंने पहले नौकरी और फिर सब्जी का व्यापार शुरू कर दिया.
मिलनसार स्वभाव का परिवार
यही नहीं व्यापार में हाथ बंटाने के लिए वह अपने भाई रमेश को भी साऊदी अरब ले गए. जहां दशकों से कारोबार कर दोनों भाईयों ने खूब कमाई की. दयाराम चौधरी बहुत ही मिलनसार स्वभाव के थे. जो पांच भाईयों में बड़े थे। लेकिन पूरे परिवार को एक साथ जोड़ कर चल रहे थे. जिससे पूरा परिवार खुशहाल था.
पांच भाइयों में सबसे बड़े, SI और पूर्व प्रधान
दूसरे नम्बर के भाई आज्ञाराम खेती करते हैं। तीसरे भाई पुलिस सव इंस्पेक्टर है।चौथे भाई महेश चौधरी की पत्नी पूर्व में दो बार प्रधान रह चुकी हैं।सबसे छोटा भाई रमेश चौधरी दयाराम चौधरी के साथ दशकों से साउदी अरब में रहता था. भाई का शव लेकर गांव पहुंचे रमेश ने रोते हुए बताया कि भैया की अचानक तबियत 26 दिसंबर को बिगडी और मौत हो गई. डाक्टरों ने दिल का दौड़ा पढ़ने की बात कही. जिसे फ्लाइट के जरिए काफी प्रयास के बाद मंगलवार की भोर में साउदी से लखनऊ लाया गया.
दोपहर बाद शव गांव पहुंचा
दोपहर बाद शव गांव पहुंचा शव घर पहुंचते ही परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था. मृतक दयाराम के पत्नी रजनी के अलावा एक बेटा जितेन्द्र के अलावा दो बेटी संगीता और पल्लवी है।