वायरल बुखार में बच्चों को पड़ रहे दौरे, ज्यादा दवाएं घातक,ये रखे सावधानियां…

By Arun Kumar

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उपचार के बाद भी सात से 10 दिन में उतर रहा बुखार, बुजुगों के लिए भी खतरा, खांसी से परेशान

यूपी, आगरा। वागरल संक्रमण में आ रहे तेज बुखार से बच्चों को दौरे पड़ रहे हैं। इनको सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। वहीं, बुखार में ज्यादा दवाएं भी घातक होने लगी हैं। बुखार से पीड़ित मरीजों को ठीक होने में सात से 10 दिन का समय लग रहा है। बुखार ठीक होने के बाद खांसी और कमजोरी से लोग परेशान हैं।

मौसम बदलने के साथ ही वायरल संक्रमण फैलने लगा है। मेडिसिन और बाल रोग की ओपीडी में 60 प्रतिशत मरीज बुखार की समस्या के साथ पहुंच रहे हैं। एसाएन मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डा. नीरज यादव ने बताया कि वायरल संक्रमण में कुछ मरीजों को तेज बुखार आ रहा है। 102 एवरेनहाइट से अधिक बुखार आने पर दौरे (फ्रेब्राइल सीजर) पड़ के है। बुखार में पैरासीटामोल की दवाएं ही दें। डाक्टर की सलाह के बिना स्टेरायड, एंटीबायोटिक सहित अन्य दवाएं देने से तबीयत बिगड़ रही है।

एसएन के फिजीशियन ने बताया

एसएन के फिजीशियन डा. मनीष बंसल ने बताया कि इस मौसम में वायरल संक्रमण के साथ ही डेंगू, मलेरिया संहित अन्य श्रीमारी से बुखार आ सकता है। हालांकि बुखार के अधिकांश मरीजों में वाबराल संक्रमण मिल रहा है। बुजुर्गों को वागरात संक्रमण में बुखार के साथ सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। जिन मरीजों को तेज बुखार आ रहा है और तीन दिन बाद भी बुरखार ठीक नहीं हो रहा है तो डाक्टर से परामर्श जरूर से लें।

कब, कौन सी जांच कराएं

  • पांच दिन के बुखार पर एनएस वन एंटीजन
  • पांच दिन से ज्यादा के बुखार में आइजीएम और एनएस वन।
  • खून की जांच चिक स्मीयर टेस्ट।
  • मलेरिया एंटीजन टेस्ट निगेटिव आने पर अगले दिन दोबारा जांच कराएं।
  • बुखार आने के 48 घंटे बाद ब्लड कल्चर की जांच
  • तेज बुखार आने पर पूरे शरीर पर सादा पानी की प‌ट्टी रखें।
  • पैरासीटामोल देने के बाद भी बुखार के न उतरने पर डाक्टर को दिखाएं।
  • एंटीबायोटिक, दर्द निवारण सहित अन्य दवाएं न ले।

ये हैं लक्षण

  • वायरल संक्रमण-गले में खराश, सर्दी जुकाम और बुखार।
  • मलेरिया-एक दिन छोड़कर बुरखार आना, बच्चों में ठंड लगकर तेज बुखार आना, हीमोग्लोबिन कम होना।
  • डेंगू- तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, आंखों के आसपास दर्द होना।
  • टाइफाइड-पहले हल्का बुखार, चार से पांच दिन बात तेज बुखार, पेट दर्द, शरीर पर चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द।
  • स्क्रब टाइफस बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द।
  • लेप्टोस्पायरोसिस-तेज बुखार, आंख लाल होना।
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