प्रयागराज। एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति के तहत काम करने का दावा कर रही है, तो दूसरी ओर राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार कम नहीं हो रहा है। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) और भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) टीम ने जनवरी से लेकर नवंबर 2024 के बीच प्रयागराज मंडल के प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी व फतेहपुर में 17 कर्मचारियों को घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। सबसे ज्यादा नौ कर्मचारी राजस्व विभाग के हैं। पुलिस विभाग के दो व बाकी विभागों के कुछ कर्मचारी शामिल हैं। टीम द्वारा की गई ट्रैपिंग की कार्रवाई के आंकड़े बताते हैं कि राजस्व विभाग के कर्मचारी भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन हैं। रिश्वत मांगने की सबसे ज्यादा शिकायत भी राजस्व विभाग के कर्मचारियों के विरुद्ध होती है।
12 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा गया कलेक्ट्रेट का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गिरीश चंद्र।
40 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा गया नवावगंज थाने का अतिरिक्त निरीक्षक रमेश चंद्र।
5 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया कौशांवी का ट्रैफिक सव इंस्पेक्टर कमलेश पांडेय ।
4 हजार घूस लेते दवोचा गया प्रतापगढ़ के पट्टी तहसील का कर्मचारी अनुराग श्रीवास्तव।
- शृंगवेरपुर के ग्राम पंचायत अधिकारी लवलेश कुमार पांडेय को घूस लेते किया गिरफ्तार।
- फूलपुर में बांट-माप विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक डा. जितेंद्र कुमार झा को 20 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा।
- मेजा में आपूर्ति निरीक्षक कार्यायल के लिपिक अमित कुमार को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
- कचहरी रोड से विधि सह परिवीक्षा अधिकारी विवेक कुमार द्विवेदी को पांच हजार घूस लेते गिरफ्तार किया।
- फतेहपुर में विद्युत वितरण उपखंड के एसडीओ अंशुल शर्मा को 15 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया।
- सहसों से फूलपुर तहसील के राजस्व निरीक्षक बृजबली सिंह को 15 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया।
- सीएमओ कार्यालय प्रतापगढ़ के चिकित्सा प्रतिपूर्ति कर्मचारी भावना भारती को साढ़े 23 हजार घूस लेते पकड़ा।