बस्ती (यूपी)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पर करीब दो महीनों से महिला चिकित्सक की तैनाती न होने के चलते अस्पताल पहुंचने वाली महिला मरीज को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यहां संविदा पर तैनात रही महिला चिकित्सक ने दो महीने पहले किसी व्यक्तिगत कारणों के चलते इस्तीफा दे दिया। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की और से न तो यहां किसी महिला चिकित्सक की वैकल्पिक व्यवस्था की गई और न ही यहां किसी महिला चिकित्सा की तैनाती हुई है। जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पर ईलाज करने पहुंचने वाली महिला मरीजों को या तो प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है या फिर यहां से करीब 22 किलोमीटर दूर जनपद मुख्यालय पर स्थित जिला महिला चिकित्सालय जाना पड़ रहा है।
168 राजस्व गांवों
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज की आबादी करीब 1.38 लाख है। इस सीएचसी पर नगर पंचायत कप्तानगंज के 10 वार्ड के अलावा 53 ग्राम पंचायत के 168 राजस्व गांवों के लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है। नेशनल हाईवे पर स्थित होने के चलते हर दिन तकरीबन 250 से अधिक की ओपीडी होती है। जिसमें 65 प्रतिशत महिलाएं उपचार के लिए सीएचसी पहुंचती है।
सात चिकित्सकों द्वारा
कप्तानगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एमओआईसीसी डॉ.अभय कुमार सिंह, डॉ सुनील तिवारी, डॉ.फरदीन, डॉ अनुप कुमार, डॉ राफिया सहित दो आयुष चिकित्सा डॉ पी एन चौधरी व डॉ संगीता सहित कुल 7 चिकित्सकों के तैनाती थी। जिसमें एक महिला चिकित्सक डॉ राफिया खातून थी जो पिछले करीब दो माह पूर्व अपने पद त्यागपत्र दे दिया। मौजूदा समय मे सीएचसी कप्तानगंज पर कोई महिला चिकित्सक तैनात न होने के चलते लोगों की परेशानियां दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी कप्तानगंज डॉक्टर अभय कुमार सिंह ने बताया कि महिला चिकित्सक के तैनाती हेतु उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्दी महिला चिकित्सक की तैनाती हो जाएगी है।