आगराः तीसरी कक्षा की छात्रा उसे चाचा बोलती थी। उसके घर जाकर बच्चों के साथ खेलती और खिलखिलाती। वहशी तथाकथित चाचा ने आठ साल की भोलीभाली बालिका को हवस का शिकार बना डाला। हालत बिगड़ने पर अस्पताल लेकर पहुंचा और डाक्टर को सीढ़ियों से गिरकर घायल होने की कहकर गुमराह करने की कोशिश की। जब महिला चिकित्सक ने बच्ची को भरोसे में लेकर अकेले में पूछा तो उसने सब कुछ बता दिया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
स्कूल से लौटने के बाद
घटना मंगलवार दोपहर ढाई बजे ताजगंज थाना क्षेत्र की बस्ती की है। तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली आठ वर्षीय बालिका स्कूल से लौटने के बाद तीन रुपये लेकर नमकीन खरीदे गई थी। आरोप है कि रास्ते में बस्ती का रहने वाला आजाद राठौर मिल गया। कबाड़ का काम करने वाले आजाद ने उसे गत्ते का डिव्या देकर कहा कि उसके घर की छत पर रख दो। वह उसके घर पर आती-जाती थी, इसलिए तैयार हो गई।
दिया धमकी
आरोप है कि आजाद ने बच्ची को छत पर ले जाकर दुष्कर्म किया। बच्ची कीहालत बिगड़ने पर आजाद ने उसे धमकी दी। कहा कि इस बारे में अपनी मां या पिता को बताया तो वह दोनों उसका गला घोंट देंगे। बेटी खून से लथपथ सहमी हुई घर पहुंची, पीछे से आजाद भी आ गया।
मां को बताया
बच्ची की मां को बताया कि वह उसके छत की सीढ़ी से गिरने से घायल हो गई है। इसके बाद उसकी मां के साथ पास के अस्पताल ले गया। वहां से उसे शांति मांगलिक हास्पिटल में भर्ती कराया गया। महिला चिकित्सक को शक हुआ तो उसने बालिका से बातचीत की, लेकिन आजाद के सामने होने के कारण वह कुछ बोल नहीं रही थी। आजाद को बाहर जाने की कहने के बाद बालिका को कुछ न होने का भरोसा दिलाया।
सामान्य होने पर रात आठ बजे बालिका ने मुंह बोले चाचा की करतूत बताई। इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपित को घर से गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया, वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बस्ती वाले बोले आरोपित को फांसी हो
बच्ची से दुष्कर्म की घटना को लेकर बस्ती वालों में जबरदस्त आक्रोश है। बस्ती वालों ने बताया कि अधिकांश लोग कबाड़ का काम करते हैं। सभी के बच्चे एक दूसरे के घर खेलने आते-जाते हैं। बस्ती में इस तरह की यह पहली घटना है। लोगों का कहना था कि बच्ची से दुष्कर्म करने वाले को फांसी की सजा होनी चाहिए, जिससे कि दोबारा कोई इस तरह की हरकत करने के बारे में सोच भी न सके।