लखनऊ: प्रदेश में 70साल व उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ अब मिलना शुरू हो जाएगा। शुक्रवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है। योजना का लाभ इस आयु वर्ग के सभी बुजुर्गों को मिलेगा चाहे उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। उच्च आय वाले बुजुर्ग भी इसके पात्र होंगे। प्रदेश में अभी तक तीन लाख लोगों ने आयुष्मान वय वंदन कार्ड बनवा लिया है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा ने बताया कि सभी अस्पतालों में बुजुर्गों का एक साल में पांच लाख रुपये तक मुफ्त उपचार करने की सुविधा शुरू किए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। निजी बीमा पालिसी लेने वाले व राज्य बीमा योजना का लाभ लेने वाले बुजुर्ग भी आयुष्मान योजना से इलाज करा सकेंगे। वहीं दूसरी ओर ऐसे बुजुर्ग जो केंद्र या राज्य सरकार की बीमा योजना का लाभ पहले से ले रहे हैं, उन्हें आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) या फिर पुरानी योजना में से किसी एक का चयन करना होगा।सामाजिक-आर्थिक सर्वे के आधार पर पहले से इस योजना का लाभ उठा रहे परिवारों के बुजुर्गों के उपचार के लिए पांच लाख रुपये के टाप अप की सुविधा दी जाएगी। वहीं दो बुजुर्गों को इलाज कराने के लिए पांच लाख रुपये का अलग से टापअप किया जाएगा। चाहे परिवार में एक बुजुर्ग हो या उससे अधिक, उन्हें परिवार की एक अलग यूनिट मानते हुए पांच लाख रुपये का ही टापअप किया जाएगा। आयु की गणना एक जनवरी 1955 को आधार वर्ष मानते हुए की जाएगी। ऐसे बुजुर्ग जिनके आधार कार्ड पर जन्मतिथि के कालम में तारीख नहीं सिर्फ वर्ष ही अंकित है, उनके लिए भी यही आधार वर्ष मानते हुए कार्ड बनाया जाएगा। आधार कार्ड (Aadhar card) होना जरूरी है।