लखीमपुर खीरी: मकान के विवाद मेंमैलानी क्षेत्र के ग्राम बाबूपुर में एक दिन पहले जिस बुजुर्ग ने आत्महत्या की थी, उसके दोनों बेटों ने भी गुरुवार को मौत को गले लगा लिया। बड़े पुत्र मुकेश ने घर में फांसी लगाई तो छोटे पुत्र सुधीर ने रेलवे लाइन पर ट्रेन के आगे कूदकर जान गवां दी।
बहन शिल्पी का आरोप
पिता और भाइयों की मौत से टूटी बहन शिल्पी का आरोप है कि मामा की बेटी आरती निगम पुलिस विभाग में आरक्षी है और लखनऊ में तैनात है, उसकी पुलिस विभाग में पहुंच होने के कारण नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से भाई मुकेश और सुधीर पिता की मृत्यु के बाद से काफी डरे हुए थे। इसी डर की वजह से उसके भाइयों ने भी जान दे दी। इसके बाद पुलिस ने महिला सिपाही आरक्षी आरती निगम, रामदेवी, शशिवाला और शिवम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बाबूपुर गांव में रहने वाले किसान रामनरेश का घर उसकी ससुराल के पास में ही था। पत्नी का निधन होने के बाद रामनरेश के साले और उसके पुत्रों की नजर उसके मकान पर थी। पहले उत्पीड़न फिर पुलिस में शिकायत और आए दिन धमकाने की घटनाएं होने लगीं। आरोप है कि इन सबको शह देने वाली रामनरेश की पत्नी की भतीजी महिला सिपाही आरती निगम है, जो मैलानी पुलिस से कहकर इनका उत्पीड़न और आरोपितों को छुड़वाया करती थी।
ग्रामीणों ने बताया
ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार सुबह कुछ लोग शौच के लिए गए थे तो रेलवे ट्रैक के किनारे खून से लथपथ सुधीर का शव पड़ा था। यह सूचना लेकर जब गांव वाले उसके घर गए तो अंदर बड़ा भाई मुकेश फांसी के फंदे पर लटका था।ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस आरोपितों को गुरुवार के दिन ही गिरफ्तार कर लेती तो शुक्रवार को यह बड़ी घटना न हुई होती।
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला सिपाही के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जा रही है।